
हल्द्वानी के मुखानी में हड़कंप! रातों-रात लाखों का सरिया उड़ा ले गया शातिर गिरोह, पुलिस की नाक के नीचे हुई सनसनीखेज वारदात
हल्द्वानी, 16 अगस्त, 2025: शांतिपूर्ण और तेजी से विकसित हो रहे हल्द्वानी के मुखानी क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक निर्माणाधीन साईट से लाखों रुपये के सरिये की चोरी का मामला सामने आया। बेखौफ चोरों ने पुलिस की गश्त को धता बताते हुए रात के अंधेरे में इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया, जिससे क्षेत्र के अन्य बिल्डरों और निवासियों में दहशत का माहौल है। घटना की सूचना मिलते ही मुखानी पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुँची और मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह घटना सिर्फ एक साधारण चोरी नहीं है, बल्कि यह शहर में सक्रिय एक संगठित गिरोह की ओर इशारा कर रही है, जो विशेष रूप से निर्माण सामग्री को अपना निशाना बना रहा है। इस वारदात ने स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली और रात्रि गश्त पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है पूरा मामला? घटना का विस्तृत विवरण
मामला मुखानी के कुसुमखेड़ा चौराहे के पास स्थित एक निर्माणाधीन आवासीय परियोजना का है। जानकारी के अनुसार, स्थानीय ठेकेदार श्री विक्रम मेहरा यहाँ पर एक बहुमंजिला इमारत का निर्माण करवा रहे हैं। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा था, जिसके लिए हाल ही में उन्होंने कई टन सरिया मंगवाकर साईट पर रखवाया था।
शुक्रवार की शाम को काम खत्म होने के बाद सभी मजदूर और कर्मचारी अपने घर चले गए। साईट पर ताला लगा दिया गया था। शनिवार की सुबह जब मजदूर काम पर लौटे, तो उन्होंने साईट के मुख्य गेट का ताला टूटा हुआ पाया। अंदर जाने पर उनके होश उड़ गए। जहाँ कल शाम तक सरियों का विशाल ढेर लगा हुआ था, वहाँ आज जमीन लगभग खाली थी।
पीड़ित ठेकेदार विक्रम मेहरा ने तुरंत मुखानी पुलिस चौकी में घटना की सूचना दी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि चोर लगभग 5 टन सरिया चोरी कर ले गए हैं, जिसकी बाजार कीमत करीब 4 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि सरियों को एक बड़े वाहन में लादकर ले जाया गया होगा, क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में सरिया हाथ से उठाना संभव नहीं है।
चोरों का शातिराना अंदाज: किसी पेशेवर गिरोह का हाथ?
पुलिस की प्रारंभिक जांच और घटनास्थल का मुआयना करने पर यह स्पष्ट हो गया है कि यह किसी नौसिखिए चोर का काम नहीं है। चोरों ने पूरी योजना के साथ इस वारदात को अंजाम दिया है।
रेकी का शक: माना जा रहा है कि चोरों ने पहले कई दिनों तक साईट की रेकी की होगी। उन्हें पता था कि साईट पर कब और कितना माल आता है, और रात में सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं।
बड़े वाहन का प्रयोग: 5 टन सरिया ले जाने के लिए कम से कम एक पिकअप ट्रक या छोटे लॉरी की आवश्यकता होती है। चोरों ने वाहन को साईट के अंदर तक लाने के लिए मुख्य गेट का ताला बेहद सफाई से तोड़ा।
समय का चुनाव: चोरों ने वारदात के लिए देर रात का समय चुना, जब सड़कों पर आवाजाही लगभग बंद हो जाती है और लोग गहरी नींद में होते हैं।
अंदरूनी मिलीभगत की आशंका: पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं इस चोरी में कोई अंदरूनी व्यक्ति तो शामिल नहीं है। क्या किसी मजदूर या पूर्व कर्मचारी ने चोरों को साईट की जानकारी दी थी? यह सवाल भी जांच के केंद्र में है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा
सूचना मिलते ही मुखानी पुलिस चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने पीड़ित ठेकेदार और मजदूरों से पूछताछ की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और चोरों को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित की हैं।
पुलिस की जांच मुख्य रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर केंद्रित है:
CCTV फुटेज: पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सरकारी और निजी CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि उस वाहन की पहचान की जा सके जिसका इस्तेमाल चोरी के लिए किया गया था।
कबाड़ियों पर नजर: शहर और आसपास के कबाड़ियों को सतर्क कर दिया गया है। पुलिस टीमें उन पर नजर रख रही हैं, क्योंकि अक्सर चोरी का माल इन्हीं जगहों पर बेचा जाता है।
मोबाइल लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड: पुलिस साईट पर काम करने वाले मजदूरों और संदिग्धों के मोबाइल फोन की लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) की भी जांच कर सकती है।
पुराने रिकॉर्ड: पुलिस इस तरह की चोरियों में पहले पकड़े गए अपराधियों का रिकॉर्ड भी खंगाल रही है, ताकि किसी पुराने गिरोह के फिर से सक्रिय होने की संभावना का पता लगाया जा सके।
पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “यह एक संगठित गिरोह का काम लगता है। हमने मामला दर्ज कर लिया है और हमारी टीमें पूरी सक्रियता से काम कर रही हैं। हमें कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और हमें विश्वास है कि जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।”
क्षेत्र में दहशत और बिल्डरों की चिंता
इस घटना के बाद से मुखानी, कुसुमखेड़ा और आसपास के क्षेत्रों में, जहाँ बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा है, बिल्डरों और ठेकेदारों में चिंता और भय का माहौल है। उनका कहना है कि सीमेंट, सरिया, और अन्य निर्माण सामग्री की कीमतें पहले से ही आसमान छू रही हैं, और अब इस तरह की चोरियां उनकी कमर तोड़ रही हैं।
एक अन्य स्थानीय बिल्डर ने कहा, “हम रात में साईट पर चौकीदार रखते हैं, लेकिन चोर इतने बेखौफ हैं कि उन्हें किसी का डर नहीं है। पुलिस को रात्रि गश्त बढ़ानी चाहिए और इन चोरों के गिरोह का जल्द से जल्द पर्दाफाश करना चाहिए, ताकि हम शांति से अपना काम कर सकें।”
निष्कर्ष: एक बड़ी चुनौती
मुखानी में हुई यह लाखों की सरिया चोरी सिर्फ एक वित्तीय नुकसान नहीं है, बल्कि यह कानून और व्यवस्था के लिए एक खुली चुनौती है। यह घटना दर्शाती है कि शहर में संगठित अपराधी गिरोह सक्रिय हैं, जो पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। अब देखना यह होगा कि हल्द्वानी पुलिस इस चुनौती का सामना कैसे करती है और कब तक इस “सरिया चोर गिरोह” को पकड़कर क्षेत्र के निवासियों और व्यापारियों में सुरक्षा की भावना बहाल कर पाती है।
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- August 16, 2025